एलोपेसिया एरीटा(Alopecia areata)क्या है और इसके कारण, लक्षण और इलाज

एलोपेसिया एरीटा

बाल झड़ना एक ऐसी चीज़ है जो बहुत से लोगों के साथ होती है। जब हम कंघी करते हैं, धोते हैं या उन पर तेल लगाते हैं तो कुछ बाल निकल आना सामान्य बात है। इसका अनुभव लड़के और लड़कियाँ दोनों कर सकते हैं। लेकिन अगर हम देखते हैं कि हमारे बाल सामान्य से अलग तरीके से झड़ रहे हैं, या अगर हम अपने सिर पर एक धब्बा देखते हैं जहां बाल चले गए हैं, तो इसका मतलब यह हो सकता है कि हमें एलोपेसिया नामक एक स्थिति है।

पहले, लोग सोचते थे कि ये  ऐसी बीमारी है जो दूसरों में फैल सकती है। लेकिन अब, डॉक्टरों को पता चला है कि यह वास्तव में व्यक्ति की अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली की समस्या है। जब ऐसा होता है, तो प्रतिरक्षा प्रणाली बालों के रोमों पर हमला करती है, जिससे सिर और कभी-कभी शरीर के अन्य हिस्सों के बाल झड़ जाते हैं। कभी-कभी बाल बाद में फिर से उग सकते हैं।

एलोपेसिया एरीटा (Alopecia Areata) एक त्वचा सम्बंधी रोग है जिसमें बालों का अचानक झड़ना होता है। यह एक एड़ियोपैथिक रोग है जिसमें शरीर के किसी भी हिस्से पर बालों का एकाधिक गिरना शुरू हो जाता है, जिससे गोलाकार गुच्छे बन सकते हैं। इसे गंजापन भी कहा जाता है। यह सामान्य रूप से सिर और शरीर के अन्य हिस्सों पर प्रभावित होता है।

कारण

एलोपेसिया एरीटा के कारण ठीक से पता नहीं चला है, लेकिन यह माना जाता है कि इसमें आपके आनुवंशिक तत्वों, आपकी इम्यून सिस्टम की असामान्य प्रतिक्रिया और माहौलिक कारकों का संयोजन हो सकता है।

एलोपेसिया एरीटा के लक्षण और रूप व्यक्ति के अनुसार भिन्न हो सकते हैं। कुछ लोगों में छोटे गोलाकार पट्टियाँ हो सकती हैं, जबकि दूसरों में बड़े क्षेत्र खाली हो सकते हैं।

इसका इलाज व्यक्ति के लक्षणों और गंतव्य क्षेत्र के आधार पर निर्धारित किया जाता है। कुछ मामलों में बालों का पुनरुत्पादन स्वतः ही हो जाता है, जबकि दूसरों को उपचार की जरूरत हो सकती है। उपचार में कॉर्टिकोस्टेरॉयड दवाएँ, शीर्षिकीय कॉर्टिकोस्टेरॉयड, और अंतर्दृष्टि थेरेपी शामिल हो सकती हैं।

लक्षण-

यदि आपको इस समस्या के बारे में चिंता है या इसके लक्षण हो रहे हैं, तो आपको एक विशेषज्ञ चिकित्सक, जैसे डर्मेटोलॉजिस्ट, से सलाह लेनी चाहिए।

  1. एकाधिक बालों का झड़ना: एलोपेसिया एरीटा में बालों का एकाधिक झड़ना होता है, जो अचानक और अनियंत्रित होता है।
  2. गंजापन के क्षेत्र: इस रोग में एक या एक से अधिक गोलाकार गंजापन के क्षेत्र बन सकते हैं, जो बालों से खाली हो जाते हैं।
  3. छोटे बालों के पक्षी: कुछ मामलों में, नये छोटे बालों के पैच (जिन्हें एरियाटा पैच कहा जाता है) दिखाई दे सकते हैं, जो बालों के झड़ने के स्थान पर बढ़ने लगते हैं।
  4. स्केल्प इरिटेशन: कुछ लोगों में, एलोपेसिया एरीटा के क्षेत्र में त्वचा पर ललित या त्वचा की संश्लेषण की समस्या हो सकती है, जिससे त्वचा खुजली, लालिमा या डंड्रफ हो सकती है।
  5. स्थानिक प्रभाव: एलोपेसिया एरीटा सामान्य रूप से सिर और शरीर के अन्य हिस्सों पर प्रभावित होता है, जिससे इसका प्रभाव प्रतिस्पर्धी या घने बालों के साथ बेमानी लगता है।
  6. उग्र प्रकोप: कुछ मामलों में, एलोपेसिया एरीटा का प्रकोप बहुत तेजी से हो सकता है, जिससे छोटे या बड़े क्षेत्रों में बालों की पूर्णता हानि होती है।
  7. पुरानी समस्या: एलोपेसिया एरीटा में कुछ लोगों को बालों के पुराने पैच हो सकते हैं, जो कई महीनों या सालों तक बने रहते हैं।
  8. नई गुंजापन क्षेत्र: एक व्यक्ति के लिए, नए गुंजापन क्षेत्र उत्पन्न हो सकते हैं, जिनमें बालों का पुनरुत्पादन शुरू होता है और बाल फिर से उगने लगते हैं।
  9.  एलोपेसिया एरीटा के साथ तालापत्रों (नाखूनों) की समस्या हो सकती है और चाक (खाद्यक्रिया) बालों के पतले होने की समस्या हो सकती है।
  10. मनोवैज्ञानिक प्रभाव: एलोपेसिया एरीटा के कारण कुछ लोगों को मानसिक तनाव, चिंता और आत्मविश्वास की कमी हो सकती है। यह रोग स्वाभाविक रूप से व्यक्ति के मनोबल पर प्रभाव डाल सकता है।

एलोपेसिया एरीटा का इलाज़

एलोपेसिया एरीटा के इलाज में निम्नलिखित उपाय शामिल हो सकते हैं:

  1. स्टेरॉयड दवाएँ: डॉक्टर आपको मुख्य रूप से कॉर्टिकोस्टेरॉयड दवाएं (सांटिकोर्ट, प्रेडनिसोलोन) या टॉपिकल स्टेरॉयड (कोर्टिसोन या बेटामेथासोन) की सलाह दे सकते हैं। इन दवाओं का उपयोग गोलाकार गुच्छों के विकास को रोकने और बालों के पुनर्जीवन को प्रोत्साहित करने के लिए किया जाता है।
  2. अंतर्दृष्टि थेरेपी: आपके डॉक्टर द्वारा इंजेक्शन या टॉपिकल अंतर्दृष्टि थेरेपी (दर्पण चिकित्सा) की सलाह दी जा सकती है। इस प्रक्रिया में विशेष प्रकाश प्रयोग किया जाता है जो बालों के पुनर्जीवन को प्रोत्साहित कर सकता है।
  3. अन्य दवाएँ: कुछ विशेष मामलों में, डॉक्टर आपको इम्यून सिस्टम को संतुलित करने के लिए दवाएँ जैसे कि जिंक सप्लीमेंट्स या दिलाक्वामिन (एक इम्यून सप्रेसेंट) की सलाह दे सकते हैं।
  4. लेजर थेरेपी: लेजर थेरेपी (नीडल्स रोलर, इंजेक्शन, लेजर अभिमंत्रण) एक विकल्प हो सकता है जिसमें लेजर का प्रयोग करके रक्त प्रवाह को प्रोत्साहित किया जाता है और बालों के पुनर्जीवन को संभव बनाया जाता है।
  5. मानसिक सहायता: इस रोग के साथ तनाव और मानसिक समस्याएं संबंधित हो सकती हैं, इसलिए मानसिक स्वास्थ्य सहायता और तनाव प्रबंधन तकनीकें मददगार साबित हो सकती हैं।
  6. आहार और पोषण: सही आहार और पोषण की देखभाल बालों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हो सकती है। आहार में प्रोटीन, विटामिनC, जिंक, ओमेगा-3 आपके बालों के लिए उपयोगी हो सकते हैं।
  7. आयुर्वेदिक औषधि: आयुर्वेदिक दवाओं और प्रयोगों का उपयोग बालों के पुनरुत्पादन को बढ़ावा देने के लिए किया जा सकता है। कुछ आयुर्वेदिक औषधि जैसे कि ब्रिंगराज, आमला, नीम, ब्रह्मी, शिकाकाई, आदि बालों के स्वास्थ्य को सुधारने में मददगार साबित हो सकती हैं।

इन उपायों का चयन और उपयोग आपके लक्षणों, स्थिति, और व्यक्तिगत आवश्यकताओं पर निर्भर करेगा। इसलिए, बेहतर होगा कि आप एक विशेषज्ञ चिकित्सक (डर्मेटोलॉजिस्ट) से सलाह लें ।

 

 

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