डेंगू बुखार (dengue) के लक्षण और डेंगू से बचने के उपाए

डेंगू बुखार (Dengue Fever)

बरसात के मौसम में डेंगू के मच्छर बहुतायत में पाए जाते हैं। ये मच्छर अक्सर घरों, स्कूलों और अन्य इमारतों में और अपने आस-पास जमा होने वाले साफ, खुले पानी में अंडे देते हैं। इनके शरीर पर काली और सफेद धारियां होती हैं, इसलिए इन्हें बाघ (चीता मच्छर) भी कहा जाता है। यह मच्छर निडर होता है और मुख्य रूप से दिन में काटता है। डेंगू एक वायरल बीमारी है जो संक्रमित मादा एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से फैलती है। ये मच्छर चिकनगुनिया, पीला बुखार और जीका वायरस के वाहक भी हैं।

डेंगू चार संबंधित वायरसों में से एक के कारण होता है: डेंगू वायरस 1, 2, 3 और 4। इस कारण से, एक व्यक्ति अपने जीवनकाल में चार बार तक डेंगू वायरस से संक्रमित हो सकता है। यहां तक ​​कि अगर आपको एक बार डेंगू हो गया है और डेंगू के प्रति प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो गई है, तो संभावना है कि आपको तीन बार डेंगू होगा।

डेंगू के लक्षण (Symptoms of Dengue)

डेंगू के लक्षण इसकी गंभीरता के आधार पर अलग-अलग हो सकते हैं। बच्चों और किशोरों में हल्के डेंगू के कोई लक्षण नहीं होते हैं। डेंगू के लक्षण आमतौर पर संक्रमित होने के 4 से 7 दिनों के बीच दिखाई देते हैं।

डेंगू के मुख्य लक्षणों में तेज बुखार (104° F) शामिल है। अन्य लक्षणों में निम्न शामिल हो सकते हैं:

  1. जी मिचलाना
  2. उल्टी होना
  3. आंखों में दर्द होना
  4. जोड़ों, हड्डियों और मांसपेशियों में दर्द
  5. त्वचा पर लाल चकत्ते होना
  6. भयानक सरदर्द

  7. आंख के पीछे दर्द

हालत गंभीर होने पर ये लक्षण दिखाई देते है –

  1. पेट में तेज दर्द
  2. लगातार उल्टी होना
  3. मसूड़ों या नाक से खून आना
  4. सांस लेने में कठिनाई होना
  5. बेचैनी और चिड़चिड़ापन होना
  6. थकान और कमजोरी महसूस करना
  7. पेशाब, मल या उल्टी के साथ खून आना
  8. त्वचा के नीचे रक्तस्राव होना ।

डेंगू का इलाज(Treatment For Dengue)

डेंगू के लिए कोई खास दवा या सटीक इलाज उपलब्ध नहीं है। डॉक्टर बुखार, दर्द को नियंत्रित करने के लिए पारासिटामोल दवा खाने के लिए दे सकता है। किसी अन्य तेज़ पेनकिलर का प्रयोग न करने की हिदायत दी जाती है आप खुद से एस्पिरिन या इबुप्रोफेन जैसी दवाओं का सेवन भूलकर भी ना करें, क्योंकि ये रक्तस्राव के जोखिम को बढ़ा सकते हैं। जिस से  प्लैटलेट की सख्या में कमी आ जाती है जो जानलेवा साबित होती है ।डेंगू को ठीक करने के लिए सिर्फ आप इतना कर सकते है की अपने शरीर को  कमजोर न पड़ने दे ।बुखार को कम करना और शरीर को हाइड्रेट रखना एक महत्वपूर्ण तरीका है।

शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए डॉक्टर मरीज को पर्याप्त मात्रा में स्वच्छ पानी पीने की सलाह देते हैं। साथ ही, मामला गंभीर होने पर मरीज की नसों के जरिए इंट्रावेनस फ्लूइड या इलेक्ट्रोलाइट दी जाती है।

कुछ मामलों का इलाज रोगी की उम्र और सामान्य स्वास्थ्य के आधार पर रक्तचाप नियंत्रण और प्लेटलेट चढ़ाकर किया जाता है। अगर आपको डेंगू हो गया है, तो आपको अपने डॉक्टर की सलाह के बिना कोई भी दवा लेने से बचना चाहिए।

आमतौर पर 5-7 दिनों के अंदर डेंगू बुखार ठीक हो जाता है, लेकिन यह हर मरीज में अलग-अलग हो सकता है।

डेंगू के घरेलू इलाज(Dengue Home Remedies)

अगर आपको डेंगू हो चुका है तो घरेलु इलाज भी आपको ठीक होने मे मदद कर सकता है, जैसे – :

  1. गिलोय ,जो की आयुर्वेदिक दवा है उसको काफी फायदेमंद माना जाता है डेंगू मे। आप  गिलोय का सेवन कर सकते है सुबह शाम  1-1 चम्मच रस निकाल कर पी सकते है या फिर एक उंगली बराबर गिलोय लेकर उसको पानी में उबालकर उस पानी को सुबह शाम पिए । गिलोय घनवटी का सेवन भी किया जा सकता है । लगभग सभी आयुर्वेदिक फार्मेसी इसको बनाती है ।
  2. पपीते के पत्तो का रस पीना बहुत जरूरी होता है, क्योकिं ये प्लेटलेट्स को बढाने मे मदद करता है।
  3. बकरी का दूध भी डेंगू मे बहुत फायदेमंद होता है, और प्लेटलेट्स बढ़ाने मे योगदान देता है।
  4. तुलसी और काली  मिर्च आपके शरीर के लिये एंटी-बैक्टीरियल की तरह काम करता है ।
  5. नारियल पानी भी डेंगू मे अच्छा होता है और शरीर मे पानी की कमी नही होने देता साथ ही इसका फाएदा भी मिलता है।

एक बात याद रखना है की डेंगू मे तेल, मसला वाला भोजन नही खाना है क्योकिं डेंगू लीवर कमजोर हो जाते है ऐसे मे चिकनाई वाले खाने लीवर के किये नुकसानदेह साबित होंगे। आप दूध-रोटी, खिचड़ी, दाल-रोटी या सादा दलिया अपने भोजन मे शामिल कर सकते है। चाहे तो हर्बल चाय पी सकते है और पानी की कमी शरीर मे ना होने दे, नही डीहायड्रेसन के कारण डेंगू गंभीर हो सकता है।

डेंगू में सावधानिया (precautions)

  • बुखार ख़त्म होने के 48 घंटों के बाद तक ज्यादा से ज्यादा पानी पीना।
  • एन्‍टीबायटिक्‍स नहीं दी जायें क्‍योंकि वे इस बीमारी में व्‍यर्थ है।
  • बुखार में एस्‍प्रीन और आईबुप्रोफेन नहीं दी जावे।
  • डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवाओं का सही समय पर और सही मात्रा में सेवन करना।
  • ज्यादा से ज्यादा आराम करना।
  • कमरे का तापमान ठंडा रखने के लिए पंखा चलाकर रखना।
  • बुखार को कम करने के लिए गीली पट्टी का इस्तेमाल करना।
  • तरल पदार्थ का सेवन करना, क्योंकि यह बहुत फायदेमंद होता है।
  • बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी दवा का सेवन न करना।

 

डेंगू से कैसे बचे

डेंगू से अपने आप को  बचाने का पहला और सही तरीका मच्छरों से यथासंभव बचना है। डेंगू एक संचारी बीमारी है जो मच्छरों द्वारा एक से दूसरे इंसान में फैलती है। इसका टीका नहीं होने के कारण, इससे बचने का एकमात्र उपाय है मच्छरों से खुद को बचाकर रखना। पानी को घर पर या घर के  पास जमा न होने दें या इसे एक सप्ताह में बदल दें ताकि मच्छर इसमें अंडे न दे पाए । घर के अंदर मच्छरों से बचने के लिए दवाओं का उपयोग करें। बारिश के दिनों में डेंगू के प्रभाव को पूरा करने के बाद, रात में नींद के दौरान मच्छरदानी का प्रयोग करे । अपने घर के दरवाजे और खिड़कियों को शाम होने से पहले बदं कर दें। शरीर को पूरी तरह से कवर करने वाले कपड़े पहनें।

 

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